*खाली पेट -* (लघुकथा)
लगभग दस साल का बालक राधा का गेट बजा रहा है।
राधा ने बाहर आकर पूंछा
"क्या है ? "
"आंटी जी क्या मैं आपका गार्डन साफ कर दूं ?"
"नहीं, हमें नहीं करवाना।"
हाथ जोड़ते हुए दयनीय स्वर में "प्लीज आंटी जी करा लीजिये न, अच्छे से साफ करूंगा।"
द्रवित होते हुए "अच्छा ठीक है, कितने पैसा लेगा ?"
"पैसा नहीं आंटी जी, खाना दे देना।"
" ओह !! अच्छे से काम करना।"
"लगता है, बेचारा भूखा है।पहले खाना दे देती हूँ। राधा बुदबुदायी।"
"ऐ
लड़के ! पहले खाना खा ले, फिर काम करना।
"नहीं आंटी जी, पहले काम कर लूँ फिर आप खाना दे देना।"
"ठीक है ! कहकर राधा अपने काम में लग गयी।"
एक घंटे बाद "आंटी जी देख लीजिए, सफाई अच्छे से हुई कि नहीं।"
"अरे वाह! तूने तो बहुत बढ़िया सफाई की है, गमले भी करीने से जमा दिए।यहाॅं बैठ, मैं खाना लाती हूँ।"
जैसे ही राधा ने उसे खाना दिया वह जेब से पन्नी निकाल कर उसमें खाना रखने लगा।"
"भूखे काम किया है, अब खाना तो यहीं बैठकर खा ले।जरूरत होगी तो और दे दूंगी।"
"नहीं आंटी, मेरी बीमार माँ घर पर है।सरकारी अस्पताल से दवा तो मिल गयी है,पर डाॅ साहब ने कहा है दवा खाली पेट नहीं खाना है।"
राधा रो पड़ी..
और अपने हाथों से मासुम को उसकी दुसरी माँ बनकर खाना खिलाया..
फिर... उसकी माँ के लिए रोटियां बनाई .. और साथ उसके घर जाकर उसकी माँ को रोटियां दे आयी ..
और कह आयी .. बहन आप बहुत अमीर हो ..
जो दौलत आपने अपने बेटे को दी है वो हम अपने बच्चो को भी नहीं दे पाते ..
खुद्धारी की ...
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#ENGLISH : #empty_stomach (a SHORT STORY)
A boy of about ten years is playing Radha's gate.
Radha came out and asked
"What ? "
"Auntie, can I clean your garden?"
"No, we won't."
With folded hands, in a pathetic voice, "Please auntie ji, please do not, I will clean it well."
"Okay okay, how much money will you take?"
"No money Auntie, give me food."
"Oh!! Well done."
"Looks like the poor guy is hungry. I'll give him food first. Radha mumbled."
"Aye
Boys! Eat food first, then work.
"No Auntie, let me work first and then you give me food."
Saying "Okay! Radha got busy with her work."
After an hour "Auntie ji, see if the cleaning was done well or not."
"Oh wow! You've done a great cleaning, even the pots have been stowed neatly. Sit here, I'll bring you food."
As soon as Radha gave him food, he took out the foil from the pocket and started keeping food in it.
"Have worked hungry, now sit here and eat food. If needed, I will give more."
"No aunty, my sick mother is at home. I have got medicine from the government hospital, but Dr. Saheb has said that medicine should not be taken on an empty stomach."
Radha cried..
And fed Masum with her own hands as her second mother.
Then... made rotis for her mother.. and went to her house and gave the rotis to her mother..
And said.. Sister you are very rich..
The wealth that you have given to your son, we are not able to give to our children also.
Of self...
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