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AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

 AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

अक्सर आपने पथरी की समस्या के बारे में सुना होगा। पथरी की समस्या मुख्यरूप से शरीर के दो अंगों में हो सकती है- किडनी और पित्ताशय की थैली। किडनी की पथरी सामान्यतौर पर आसानी से निकल जाती है लेकिन पित्त के थैली की पथरी न सिर्फ कठिनाई से निकलती है, साथ में इसके कारण लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। आइए इस लेख में पित्ताशय की थैली में पथरी (GALLBLADDER STONES) की समस्या के बारे में विस्तार से जानते हैं।

AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा


पित्ताशय में पथरी के क्या लक्षण होते हैं?


पित्ताशय की पथरी के लक्षण लोगों में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों में इसके कोई भी लक्षण नहीं दिखते हैं जबकि कुछ लोगों को पेट के दाहिनी तरफ तेज दर्द का अनुभव हो सकता है। इसके अलावा समय-समय पर इसका दर्द अधिक महसूस हो सकता है। कुछ लोगों को अधिक वसा और तले हुए खाद्य पदार्थ  खाने के बाद तेज दर्द का अनुभव होता है। दर्द आमतौर पर कुछ देर तक बना रहता है, हालांकि यह काफी गंभीर रूप से भी हो सकता है। इसके अलावा कुछ लोगों को इस तरह के लक्षणों का भी अनुभव हो सकता है। 
जी मिचलाना-उल्टी।
पेशाब का रंग गहरा होना।
पेट में अचानक तेज दर्द होना। 
दस्त- खट्टी डकार 
अमेरिकन कॉलेज ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के अनुसार, 80 प्रतिशत लोगों में साइलेंट गैल्स्टोन की समस्या होती है। इसका मतलब है उनमें न तो दर्द का अनुभव होता है न ही लक्षण दिखाई देते हैं। इन मामलों में एक्स-रे या पेट की सर्जरी के दौरान पित्ताशय की पथरी का पता चलता है।AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

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किन कारणों से होती है पित्ताशय में पथरी की दिक्कत?


पित्त की पथरी यानि गॉलस्टोन छोटे पत्थर होते हैं, जो पित्ताशय की थैली में बनते हैं। पित्त की पथरी लीवर के नीचे होती है। पित्त की पथरी बहुत दर्दनाक हो सकता है यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया गया तो इसे निकालने के लिए एक ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है। आपको बता दें कि पित्ताशय में जब कोलेस्ट्रोल जमने लगता है या फिर सख्त होने लगता है, तो हमें अक्सर पथरी की शिकायत हो जाती है। ऐसे में रोगी को असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है और साथ में खाना पचने में भी दिक्कत आने लगती है।

यह चमत्कारी दवा केवल 5 दिनों में निकाल देगी पथरी! नहीं होगी ऑपरेशन की जरूरत।


1. *एप्पल सिडार विनेगार पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद(Apple Cider Vinegar Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

सेब डॉक्टर को दूर रखने में मदद करता है। इसलिए एक गिलास सेब के रस में सेब साइडर सिरका का एक बड़ा चम्मच मिलाकर नियमित रूप दिन में एक बार सेवन करना चाहिए।

 

2. *नाशपाती पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद(Pear Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

नाशपाती में पेक्टिन नामक यौगिक होता है जो कोलेस्ट्रॉल से बनी पथरी को नरम बनाता है ताकि वे शरीर से आसानी से बाहर निकल सकें। वे पथरी के कारण होने वाले दर्द तथा अन्य लक्षणों से आराम दिलाने में सहायक होता है

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3. *चुकंदर, खीरा और गाजर का रस पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद(Beetroot Mixture Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

पित्ताशय की थैली को साफ और मजबूत करने और लीवर की सफाई के लिए चुकंदर का रस, ककड़ी का रस और गाजर के रस को बराबर मात्रा में मिलाये। यह संयोजन आपको पेट और खून की सफाई में भी मदद करता है।

 

4. *पुदीना पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Mint Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

यह पित्त तथा अन्य पाचक रसों को बढ़ाता है। इसमें टेरपिन नामक यौगिक पाया जाता है जो प्रभावी रूप से पथरी को तोड़ता है। आप पुदीने की पत्तियों को उबालकर पिपरमेंट टी भी बना सकते हैं।

5. *सिंहपर्णी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Dandelion Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

सिंहपर्णी के पत्ते लीवर और मूत्राशय के कामकाज में सहायता, पित्त उत्सर्जन को बढ़ावा और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं। एक कप पानी में एक बड़ा चम्मच सिंहपर्णी के पत्तों को मिलाये। फिर इसे अवशोषित करने के लिए पांच मिनट के लिए रख दें। अब इसमें एक चम्मच शहद मिलायें। मधुमेह रोगियों को इस उपचार से बचना चाहिए।

6.* इसबगोल पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद * (Isabgol Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

एक उच्च फाइबर आहार, पित्ताशय की थैली की पथरी के इलाज (home remedy for gall bladder stone) के लिए बहुत आवश्यक है। इसबगोल घुलनशील फाइबर का अच्छा स्रोत होने के कारण पित्त में कोलेस्ट्रॉल को बांधता है और पथरी के गठन को रोकने में मदद करता है। आप इसे अपने अन्य फाइबर युक्त भोजन के साथ या रात को बिस्तर पर जाने से पहले एक गिलास पानी के साथ ले सकते हैं। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

7.*नींबू पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Lemon Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

नींबू का रस प्रकृतिक रूप से अम्लीय होने के कारण यह सिरके की तरह कार्य करता है और लीवर में कोलेस्ट्रॉल को बनने से रोकता है। हर रोज खाली पेट चार नींबू का रस लें। इस प्रक्रिया को एक हफ्ते तक अपनाएं। इससे पथरी की समस्या (home remedy for gall bladder stone) आसानी से दूर हो सकती है।

8.* लाल शिमला मिर्च पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(Red Capsicum Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

2013 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, शरीर में भरपूर मात्रा में विटामिन-सी पथरी की समस्या कम करता है। एक लाल शिमला मिर्च में लगभग 95 मिलीग्राम विटामिन-सी होता है, यह मात्रा पथरी को रोकने के लिए काफी होती है। इसलिए अपने आहार में शिमला मिर्च को शामिल करें।

9.*साबुत अनाज पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद* (Grain Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

पानी में घुलनशील फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों जैसे साबुत अनाज और अन्य अनाज को अपने आहार में भरपूर मात्रा में शामिल करें। फाइबर कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम कर स्वाभाविक रूप से पथरी को बनने से रोकने (home remedy for gall bladder stone) में मदद करते हैं। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

10.* हल्दी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(Turmeric Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

पित्ताशय की पथरी के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार है। यह एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री (प्रदाहनाशक) होती है। हल्दी पित्त, पित्त यौगिकों और पथरी को आसानी से तोड़ने में मदद करती है। ऐसा माना जाता है कि एक चम्मच हल्दी लेने से लगभग 80 प्रतिशत पथरी खत्म हो जाती है।

11.* विटामिन सी पित्ताशय की पथरी निकालने में फायदेमंद *(VitaminC Beneficial for Gall Bladder Stone Treatment)

विटामिन-सी शरीर के कोलेस्ट्रॉल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को तोड़ता है। आप विटामिन-सी संपूरक ले सकते हैं या ऐसे खाद्य पदार्थ खा सकते हैं जिनमें विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में हो जैसे संतरा, टमाटर आदि। पथरी के दर्द के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपाय है। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

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Note : इस लेख केवल आप सभीके जानकारी के लिए है।  किसी भी प्रकार की दवाई के लिए कृपया पहले पानी डॉक्टर के सलाह लेना जरुरी है। 

FAQ :

Q.1. पित्त की थैली में पथरी होने से क्या नुकसान है?

ऐसा होने से अग्न्याशय से पाचक रसों का निकास रुक जाता है और रोगी को पैंक्रियेटाइटिस विकसित हो जाती है।

Q.2. पित्त की पथरी होने पर क्या नहीं खाना चाहिए?

पित्त की पथरी में डेयरी उत्पादों का सेवन मत कीजिए। दूध, पनीर, दही, आइसक्रीम, भारी क्रीम और खट्टा क्रीम से परहेज करें। वनस्पति तेल, मूंगफली का तेल, खट्टे फल, कॉफी, टमाटर सॉस आदि खाना बंद कर दें। - थोड़ी मात्रा में कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट लें।

Q.3. क्या योग पित्ताशय की पथरी को ठीक कर सकता है?

टिड्डी मुद्रा या शलभासन एक मुद्रा है, जो रक्त परिसंचरण में सुधार करती है, पित्त पथरी का काफी हद तक इलाज करती है और पित्ताशय की थैली के कार्य को बहुत लाभ पहुंचाती है यह आंतों और एंजाइम स्रावित करने वाली ग्रंथियों के साथ-साथ आपके पित्ताशय की थैली के स्वस्थ कार्य को सक्रिय करता है। AYURVEDIC MEDICINE FOR GALLBLADDER STONES - पित्त की पथरी की दवा

Q.4. क्या पित्त पथरी बिना सर्जरी के दूर जा सकती है?

पित्ताशय की पथरी के अधिकांश मामले बिना शल्य चिकित्सा के ठीक हो जाते हैं कुछ पत्थर छोटे होते हैं और लंबे समय तक असुविधा का कारण नहीं बनते। ऐसे समय होते हैं जब डॉक्टर दवा या गैर-सर्जिकल उपचार के साथ पित्ताशय की पथरी को साफ कर सकते हैं। बड़े पथरी, संक्रमण, या जो गंभीर, पुराने दर्द का कारण बनते हैं, उन्हें सर्जरी की आवश्यकता होगी।

Q.5. कौन कौन सी दबाइयाँ हम पीत की थैली मैं पथरी के लिए प्रयोग मैं ले सकते हैं ?

किसी भी दबाई को लेने से पहले जरूर अपनी डॉक्टर से सलाह ले । निचे कुछ दवाइयों के नाम दिया गया है जी की मदद साबित हो सकता है। 
  1. CLICK HERE       यहाँ पर दिया लिंक किसी प्रचार के लिए नहीं है।  केवल जानकारी मात्र है। 
  2. होम्योपैथिक दबाइयों मैं कुछ दबाइयाँ है जिस को प्रयोग मैं ला सकते हो :
     * बर्बेरिस वल्गैरिस (Berberies Vulgaries )
     * कोलेस्टेरिनम  (Cholesterinum )

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